दिल्ली में प्रदूषण से राहत
सेहतराग टीम
मौसम के साफ होने और हवाओं की गति में तेजी आने से दिल्ली के प्रदूषण के स्तर में कमी आई है। इससे दिल्ली वासियों को कुछ राहत मिली है। वहीं मौसम विभाग के अधिकारी के मुताबिक अगले तीन चार दिनों में प्रदूषण में और कमी आने की उम्मीद है। लेकिन वायु गुणवत्ता की निगरानी और पूर्वानुमान लगाने वाली एजेंसी के अनुसार गुरुवार शाम 4:34 पर आनंद विहार दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक 360 और गाजियाबाद में 330 रहा जो बहुत खराब श्रेणी में आता है।
वायु की गुणवत्ता की जांच इस प्रकार जाती है। जब (एक्यूआई) 0-50 के बीच ‘अच्छा’, 51-100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101-200 के बीच ‘मध्यम’, 201-300 के बीच ‘खराब’, 301-400 के बीच ‘अत्यंत खराब’, 401-500 के बीच ‘गंभीर’ और 500 के पार ‘बेहद गंभीर’ माना जाता है।
आपको बता दें कि दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पीएम-2.5 का स्तर गिरकर 111 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रह गया। पीएम 2.5 हवा में मौजूद सूक्ष्म कण हैं जिनका व्यास 2.5 माइक्रोन होता है और ये सांस के जरिये फेफड़ों और रक्त धमनियों में पहुंचकर स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव डालते हैं।
मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक कुलदीप के अनुसार साफ आसमान और बादलों की अनुपस्थिति से सूर्य की किरणें सीधे धरती तक पहुंचती है जिससे सतह के करीब की हवा गर्म होती है और प्रदूषण के कण ऊपर उठते हैं। उन्होंने कहा कि पिछले दो दिन से यही हो रहा है। वहीं मौसम विभाग के अधिकारी ने कहा कि तेज हवाओं और बारिश की वजह से फिर स्थिति सुधरेगी और 10 नवंबर से दिल्ली वाले अपेक्षाकृत साफ हवा में सांस ले सकेंगे।
वायु गुणवत्ता निगरानी एवं पूर्वानुमान सेवा सफर के अनुसार दिल्ली की हवा की गुणवत्ता में सुधार होगा और दिन में धूप निकलने से इसमें और सुधार होने की उम्मीद हैं। सफर ने कहा कि पश्चिमी विक्षोभ के कारण क्षेत्र में साफ हवा आई है। अगले दो दिनों में कुछ जगहों पर गरज के साथ बारिश हो सकती है और सात नवंबर के बाद हवा की दिशा भी दक्षिण पूर्व होने की उम्मीद है जिससे धुंआ दिल्ली-एनसीआर तक नहीं पहुंचेगा।
आपको बता दें कि उच्चतम न्यायालय की ओर से अधिकृत पर्यावरण प्रदूषण (निवारण एवं नियंत्रण) प्राधिकरण ने सोमवार को दिल्ली-एनसीआर में हॉट मिक्स प्लांट, पत्थर तोड़ने वाली मशीनों और प्रदूषण फैलाने वाले ईंधन आधारित उद्योगों पर लगी रोक की मियाद आठ नवंबर तक बढ़ा दी है और निर्माण कार्य पर रोक लगा दी है। बता दें कि दिवाली के दिल्ली और गाजियाबाद में प्रदूषण काफी बढ़ गया था जिससे लोगों का हवा में सांस लेना मुश्किल हो गया था। वहीं रविवार को दिल्ली में प्रदूषण तीन साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था।
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